शिक्षा प्रतिनिधि द्वारा
रायपुर : छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने राज्य सेवा परीक्षा 2022 के अंतिम परीक्षा परिणाम जारी कर दिए हैं। इसमें 1,003 अंकों के साथ सारिका मित्तल टापर बनीं। पीएससी की तरफ से जारी सूची के मुताबिक टाप-10 में छह लड़कियां जगह बनाने में कामयाब हुई हैं।
गौरतलब है कि पीएससी की ओर से 19 अलग-अलग विभागों के लिए 210 पदों के भर्ती के लिए मुख्य परीक्षा 15 से 18 जून 2023 तक ली गई थी। मुख्य परीक्षा के बाद साक्षात्कार के लिए 625 उमीदवारों का चयन हुआ था। साक्षात्कार 24 अगस्त से लेकर छह सितंबर 2023 तक लिए गए। जिसमें 621 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया।
टाप-10 में ये शामिल :1.सारिका मित्तल 1,003 2.शुभम देव 974 3.श्रेयांश पटेरिया 960 4.शिक्षा शर्मा 958 5.शुभांगी गुप्ता 957.50 6.पूजा पिंचा 957 7.मधु गवेल 944 8.संजय धीवर 942 9.अमन सिंह 929 10.रिचा बंसल925
रायगढ़ की सारिका मित्तल ने 1,003 अंकों के साथ टापर बनी।प्रथम श्रेणी में डिप्टी कलेक्टर पद पर चयनित सारिका से बातचीत के दौरान अपनी सफलता को लेकर चर्चा की हैं। शहर के वृंदावन कालोनी में रहने वाली सारिका मित्तल के पिता अशोक मित्तल, माता राधा मित्तल हैं।पिता पेशे से क्रेशर व्यवसायी हैं। शुरुआती शिक्षा दीक्षा रायगढ़ के जिंदल स्कूल में 12 वीं तक अध्ययन करने के बाद महाविद्यालय उच्च शिक्षा दिल्ली के किरोड़ीमल यूनिवर्सिटी से बीकॉम आनर्स की पढ़ाई की। सारिका बचपन से ही मेधावी थी जिसमे 12 वीं में 96 प्रतिशत अंक हासिल की। जबकि कालेज में 87 फीसद अंक प्राप्त है।
सारिका बताती है कि वे पिछले 5 वर्षों से परीक्षा की तैयारी कर रही थी।। एक बार वर्ष 2020 में मेन्स तक पहुच चुकी थी। सीजीपीएससी में यह उनका दूसरा प्रयास था। पहली बार सीरियस होकर पढाई की जिससे सफल हो पाई हैं
अंबिकापुर के शुभम ने बताया, दिल्ली में तैयारी की। उन्हें बड़े भाई मुंगेली कलेक्टर राहुल देव और भाभी बेमेतरा एसपी भावना गुप्ता प्रेरणा मिली। वे दूसरे प्रयास में सफल हुए।
बिलासपुर के श्रेयांश पटेरिया ने बताया कि इंजीनियरिंग के बाद पीएससी की तैयारी शुरू की, तीसरे प्रयास में सफल रहे। दूसरे प्रयास में मेंस तक गए थे लेकिन चयन नहीं हो पाया था।
बिलासपुर की शिक्षा शर्मा तीसरे प्रयास में चयनित हुई हैं। उन्होंने बताया कि जीईसी बिलासपुर से इंजीनियरिंग करने के बाद पीएससी की तैयारी शुरू की थी। रोज सात से आठ घंटे पढ़ती थीं।
अंबिकापुर :बुजुर्ग सास-ससुर की सेवा,बच्चे की देखभाल के साथ होमियोपैथी मेडिकल आफिसर की शासकीय जिम्मेदारी संभालते हुए डा ममता तिवारी ने छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 11वां रैंक हासिल किया है। इसके पहले भी उन्होंने पांच बार सीजीपीएससी क्रैक किया है लेकिन मनचाहा पद नहीं मिलने के कारण उन्होंने पदभार ग्रहण नहीं किया था और प्रयास जारी रखा।